आगरा नगर निगम ( Agra Municipal Corporation )में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को मंगलवार को विजिलेंस ने एक लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। रिश्वतखोर राजस्व निरीक्षक ने कमला नगर के एक भवन को आवासीय से व्यावसायिक में करने को दो लाख रुपये मांगे थे। मंगलवार को काम करने से पहले पेशगी में एक लाख रुपये घूस के लिए थे।
कमला नगर ई-ब्लाक के रहने वाले सुभाष अग्रवाल को अपना भवन काे आवासीय से व्यवसायिक में कराना था। राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने उनसे पांच लाख मांगे थे। बाद में दो लाख रुपये में सुभाष अग्रवाल से दो लाख रुपये में सौदा तय हो गया। राजस्व निरीक्षक ने एक लाख रुपये काम होने से पहले मांगे थे। बाकी के एक लाख रुपये काम होने के बाद देना तय हुआ था।
राजस्व निरीक्षक के भ्रष्टाचार से परेशान सुभाष अग्रवाल ने पांच दिन पहले विजिलेंस से इसकी शिकायत की। एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने आगरा नगर निगम ( Agra Municipal Corporation ) राजस्व निरीक्षक की जांच कराई तो भ्रष्टाचार की शिकायत सही पाई गई। इसके बाद राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। सुभाष अग्रवाल से घूस की रकम लेकर मंगलवार को बुलाया गया था। दोपहर डेढ़ बजे से ही विजिलेंस टीम ने नगर निगम परिसर में डेरा डाल दिया।
राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने सुभाष अग्रवाल काे कार्यालय की जगह नगर निगम ( Agra Municipal Corporation ) मुख्य गेट के अंदर प्रवेश करने के बाद बैरियर पर रुकने को कहा था। दोपहर तीन बजे शिप्रा गुप्ता ने बाहर से आकर बैरियर के पास सुभाष अग्रवाल से घूस की रकम का लिफाफा हाथों में लिया। वहां मौजूद विजिलेंस टीम ने उन्हें दबोच लिया। राजस्व निरीक्षक को घूस पकड़ने पर वहां मौजूद कर्मचारी दौड़ पड़े। उन्हें लगा कि बाहरी लोगों का राजस्व निरीक्षक से विवाद हो गया है। मगर, जब विजिलेंस द्वारा घूस लेते गिरफ्तार करने का पता चला तो कर्मचारी वहां से खिसक लिए।विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता मूलरूप से मोहल्ला जोशियान फिरोजाबाद की रहने वाली हैं।