गुजरात ( Gujarat) के जूनागढ़ ( Junagadh) में पुलिस की हिरासत में एक आरोपी की मौत ने पुलिस कर्मियों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। धोखाधड़ी के एक मामले में हिरासत में एक व्यक्ति की बुधवार को अस्पताल में मौत हो जाने के बाद पुलिस अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जूनागढ़ ( Junagadh) का आरोपी उप निरीक्षक एम के मकवाना ( PSI MK Makwana ) मंगलवार शाम से फरार है। पुलिस अधिकारी पर हत्या के प्रयास और जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने के आरोप हैं। एफआईआर दर्ज होने के बाद से आरोपी पुलिस अधिकारी फरार था। जूनागढ़ बी डिवीजन के इंस्पेक्टर गायत्री राजपूत ने कहा कि धोखाधड़ी के मामले में आरोपी हर्षिल जाधव की हिरासत में यातना के बाद कुछ दिन बाद बुधवार को मौत हो गई है। जांच के बाद हत्या का आरोप एफआईआर में जोड़ा जाएगा।
मृतक हर्षिल के भाई ब्रिजेश जाधव की शिकायत याचिका के मुताबिक, नौ जनवरी को धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था। मामले के जांच अधिकारी मकवाना ने कार्रवाई को अंजाम दिया था। स्थानीय अदालत ने आरोपी को पुलिस रिमांड में भेज दिया था।
मृतक हर्षिल के भाई ने आरोप लगाया कि हिरासत में यातना न देने को लेकर पुलिस अधिकारी ने पांच लाख रुपये की मांग की थी। लेकिन रुपये न देने पर हर्षिल को पुरी तरह से पीटा गया। जिसके कारण खून का थक्का जमने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालांकि 15 जनवरी को आरोपी को जमानत मिल गई थी। लेकिन 22 जनवरी को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां बुधवार को आरोपी ने दम तोड़ दिया।जूनागढ़ ( Junagadh) मामले की पुलिस जांच कर रही है।