Sunday, May 19, 2024

Arunachal Pradesh, INDIA, News, PM Narendra Modi, Technology

Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने किया 13 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी दो लेन की सबसे लंबी ‘सेला टनल’ का उद्घाटन

PM Modi  inaugurates world's longest bi-lane Sela Tunnel at 13000 feet in Arunachal Pradesh

  ( ) ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले के बैसाखी में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी सेला टनल  (Sela Tunnel) का उद्घाटन किया। यह इतनी ऊंचाई पर बनी दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन टनल है। चीन सीमा से लगी इस टनल की लंबाई 1.5 किलोमीटर है। प्रधानमंत्री ने इसके अलावा 55 हजार से अधिक के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण-शिलान्यास किया।

टनल (Sela Tunnel) के बनने से आम लोगों के अलावा सेना को भी इससे फायदा होगा। टनल चीन बॉर्डर से लगे तवांग को हर मौसम में रोड कनेक्टिविटी देगी। बारिश, बर्फबारी के दौरान यह इलाका देश के बाकी हिस्सों से महीनों कटा रहता था। एलएसी के करीब होने के कारण यह टनल सेना के मूवमेंट को खराब मौसम में और भी बेहतर बनाएगी।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा- पूरे देश में विकसित राज्य से विकसित भारत का राष्ट्रीय उत्सव तेज गति से जारी है। हमने जो काम 5 साल में किए कांग्रेस को उसे करने में 20 साल लगते। पूरा नॉर्थ ईस्ट देख रहा है कि मोदी की गारंटी कैसे काम कर रही है।

असम के तेजपुर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग को जोड़ने वाली सड़क पर स्थित सुरंग (Sela Tunnel) की आधारशिला पीएम मोदी ने फरवरी, 2019 में रखी थी। इससे तेजपुर से तवांग तक यात्रा के समय में एक घंटे से अधिक की कमी आएगी। केंद्र के सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की इस परियोजना में दो सुरंगें और एक लिंक रोड शामिल है।

सुरंग 1, 980 मीटर लंबी सिंगल-ट्यूब होगी, जबकि सुरंग 2, 1.5 किमी लंबी होगी जिसमें यातायात और आपातकालीन सेवाओं के लिए एक बाईलेन ट्यूब होगी। दोनों सुरंगों के बीच 1,200 मीटर लंबी लिंक रोड होगी। तवांग जिले को शेष अरुणाचल प्रदेश से जोड़ने वाली यह सुरंग हर मौसम में आवागमन के लिए उपलब्ध रहेगी।

सीमा सड़क संगठन का कहना है कि सेला सुरंग भारत में शुरू की गई सबसे चुनौतीपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक है। इस बनाते समय कई अहम बातों का ध्यान में रखना था, अंत में इसे नई ऑस्ट्रियाई सुरंग बनाने की विधि का उपयोग करके बनाया गया। इस सुरंग को बनाने में लगभग 50 से अधिक इंजीनियर और 800 चालक दल जुटे थे।

सीमा सड़क संगठन ने इस सुरंग (Sela Tunnel) को बनाने में 825 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसे उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को भी ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। दरअसल, इसमें अच्छी वेंटिलेशन सिस्टम, लाइट सिस्टम और अग्निशमन प्रणाली भी है। इस सुरंग से रोजाना लगभग 3 हजार छोटी गाड़ियां और लगभग 2 हजार बड़े ट्रक और वाहन आवाजाही कर सकते हैं।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels