राजस्थान ( Rajasthan ) के दौसा( Dausa ) जिले में रामगढ़ पचवारा के रालावास गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे 25 वर्षीय छात्र हंसराज की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। आरोप है कि रंग लगाने से मना करने पर तीन छात्रों ने उसे बेल्ट और लात-घूंसों से पीटा और गला दबाकर उसकी जान ले ली।
बता दें कि घटना बुधवार दोपहर करीब चार बजे गांव की लाइब्रेरी में हुई, जहां हंसराज पढ़ाई कर रहा था। गुरुवार को इस घटना का वीडियो सामने आया, जिसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने लालसोट अस्पताल में प्रदर्शन किया। इसके बाद शव को लेकर नेशनल हाइवे-148 (दौसा-कौथून) पर रखकर धरना दिया गया, जिससे हाइवे आठ घंटे तक जाम रहा।
दौसा( Dausa ) जिले के एएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया- हंसराज (25) की हत्या की गई थी। गांव की पंचायत ने लाइब्रेरी का निर्माण करवाया था। जहां गांव के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पढ़ने जाते थे। बुधवार को लाइब्रेरी में पढ़ाई के दौरान हंसराज का रंग लगाने की बात पर लाइब्रेरी में पढ़ने वाले अशोक, बबलू और कालूराम से विवाद हो गया। तीनों युवक हंसराज के रंग लगाना चाहते थे, लेकिन उसने मना कर दिया।
जब हंसराज ने रंग लगाने से इनकार किया, तो तीनों उसे जबरदस्ती लाइब्रेरी के अंदर खींच ले गए और बेल्ट व घूंसों से बेरहमी से पीटा। मारपीट के दौरान किसी ने उसका गला दबा दिया, जिससे वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ा।

घटना के बाद लाइब्रेरी में मौजूद अन्य छात्र मौके पर इकट्ठा हो गए। एक महिला ने हंसराज को होश में लाने की कोशिश भी की लेकिन जब हंसराज होश में नहीं आया, तो आरोपी वहां से भाग गए। उसे गंभीर हालत में लालसोट के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की खबर मिलते ही हंसराज के परिजन और ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और फिर शव को लेकर हाइवे पर प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने प्रशासन के सामने तीन प्रमुख मांगें रखीं। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी। करीब आठ घंटे तक चले इस प्रदर्शन के कारण हाइवे पर यातायात बाधित रहा। प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई और सहायता का आश्वासन दिए जाने के बाद देर रात एक बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ और शव को हाइवे से हटाया गया।