भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर को मंत्रीपद से बर्खास्त कर सही निर्णय लिया है। ओमप्रकाश राजभर ने अमर्यादित टिप्पणियों व असंसदीय भाषा की सारी हदें पार कर दीं थीं। गठबंधन का धर्म निभाते हुए हम लंबे समय से उनकी सारी बातें बर्दाश्त कर रहे थे लेकिन जब पानी सिर से ऊपर हो गया तो बर्खास्तगी का कदम उठाना पड़ा।
सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मीडिया कर्मियों से बातचीत थे करते हुये यह बात साफ कही। साथ में राज्यमंत्री अनिल राजभर व विधायक सुशील सिंह भी थे। डा. पांडेय ने कहा कि हद तो तब हो गई जब दो दिन पहले मऊ में जनसभा के दौरान ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि ‘भाजपा के कार्यकर्ता जहा भी दिखाई पड़ें उन्हें 10-10 जूते मारो’। इसके आगे उन्होंने जो कहा वह सभ्य समाज के बीच नहीं दोहराया जा सकता है।
डा. पांडेय ने कहा भाजपा अपने कार्यकर्ताओं का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसलिए मुख्यमंत्री को उन्हें मंत्रिमंडल से हटाना पड़ा। भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सुभासपा के साथ बड़े भाई की भूमिका निभाई। इसके बावजूद ओमप्रकाश राजभर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपशब्द कहे लेकिन भाजपा ने राजभर समाज का सम्मान करते हुए गठबंधन धर्म निभाया। इसका भी ओमप्रकाश ने मान नहीं रखा। मंत्रिमंडल के सामूहिक उत्तरदायित्व का निर्वाह न करते हुए प्रदेश सरकार की आलोचना की। ओमप्रकाश ने कोई ऐसी कार्ययोजना नहीं बनाई जिससे पिछड़े व राजभर समाज का कल्याण हो। डा. पांडेय ने एग्जिट पोल में प्रदेश में 50 सीटों पर भाजपा के सिमटने के प्रश्न पर कहा कि हमारा व मुख्यमंत्री का 73 प्लस का दावा सही साबित होगा। केंद्र में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी।
इस दौरान प्रदेश के राज्यमंत्री अनिल राजभर ने कहा कि गाजीपुर में महाराज सुहलदेव पर प्रधानमंत्री द्वारा डाक टिकट जारी करने के कार्यक्रम का विरोध करने को लेकर राजभर समाज ओमप्रकाश राजभर से नाराज था। उसी समय से पूरा समाज ओमप्रकाश को प्रदेश मंत्रिमंडल से हटाने की मांग कर रहा था।