प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगर निगम के अधिकारी को बैट से पीटने के मामले को अस्वीकार्य बताते हुए इस हरकत पर गहरी नाराजगी जताई। प्रधानमंत्री ने सख्त लहजे में बिना किसी का नाम लिए कहा कि ऐसी घटनाओं की अनदेखी नहीं की जा सकती है।
संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग के जीएमसी बालयोगी सभागृह में आयोजित इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी दोनों सदनों के सांसदों को संबोधित किया। सूत्रों के अनुसार आकाश विजयवर्गीय के हालिया व्यवहार पर प्रधानमंत्री बेहद नाराज थे। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। चाहे वह किसी का बेटा क्यों न हो उसकी यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। राज्य की भाजपा ईकाई को ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। यही नहीं जिन लोगों ने स्वागत किया है, उन्हें पार्टी में रहने का हक नहीं है। सभी को पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए।
मामले में जांच की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे व्यवहार का समर्थन करने वाले लोगों पर भी सवाल है। यही नहीं पीएम मोदी ने सांसदों को संसद में पूरे समय रहने की चेतावनी देते हुए जिम्मेदार और सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने की नसीहत दी। उन्होंने सांसदों से आम आदमी के मुद्दे को उठाने के लिए कहा। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं अन्य नेता मौजूद थे।
गौर करने वाली बात है कि कई दशकों में ऐसा पहली बार रहा जब वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी इस बैठक में मौजूद नहीं थे। यहीं नहीं इस बैठक में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी नहीं नजर आईं। भाजपा के ये सभी दिग्गज नेता इस बार संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इससे पहले संसदीय दल की बैठक 25 जून को होनी थी लेकिन राजस्थान में भाजपा प्रमुख मदन लाल सैनी के निधन के कारण इसे टाल दिया गया था।