अपने ही हेलिकॉप्टर Mi-17 Chopper Crash को गलती से मार गिराने के मामले में इंडियन एयर फोर्स Indian Air Force ने अपने 6 अधिकारियों पर कार्रवाई की है। इनमें से 2 अधिकारियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि 26 फरवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हवाई हमले की नाकाम कोशिश की थी। उस दिन इंडियन एयर फोर्स ने गलती से अपने ही एक हेलिकॉप्टर को मार गिराया था, जिसमें 6 अधिकारी शहीद हुए थे।
इस मामले में 2 अफसरों को कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ेगा। बाकी 4 अफसरों को प्रशासनिक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इन अधिकारियों में 2 एयर कमोडोर (सेना के ब्रिगेडियर के समतुल्य) और 2 फ्लाइट लेफ्टिनेंट (आर्मी कैप्टन के समतुल्य) शामिल हैं। ‘एक ग्रुप कैप्टन और एक विंग कमांडर को कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ेगा।’
27 फरवरी को जब पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की नाकाम कोशिश की, उस वक्त श्रीनगर के नजदीक बडगाम में Mi-17 क्रैश हो गया था। उसमें सवार सभी 6 अधिकारी मारे गए थे। शुरुआत में इसे हादसा माना गया लेकिन बाद में जांच के बाद पता चला कि हेलिकॉप्टर को श्रीनगर में तैनात अपने ही एयर डिफेंस सिस्टम SPYDER ने हिट किया था। 26 फरवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से ही इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर था। मारे जाने से 10 मिनट पहले ही हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी थी।
बता दें, जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया था. इसके बाद जवाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एअरस्ट्राइक की थी. इस एअरस्ट्राइक में वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डों पर ताबड़तोड़ बम बरसाए थे। पुलवामा हमले के बाद 27 फरवरी को एअर फोर्स के बालाकोट एअरस्ट्राइक के दौरान यह घटना हुई थी जिसमें भारत का एमआई-17 विमान हादसे का शिकार हो गया था।