उत्तराखंड ( Uttarakhand) के उत्तरकाशी जिले में उत्तरकाशी- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Uttarkashi-Gangotri Highway)पर सैंज के पास पहाड़ी से गिरे बोल्डर की चपेट में आने से एक ईको वैन भागीरथी में जा गिरी जिसमें सवार चार व्यक्तियों की मौत हो गई वहीं दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं।जबकि दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को उत्तरकाशी- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Uttarkashi-Gangotri Highway) के पास वाहन के दुघर्टनाग्रस्त होने की खबर मिली। जिसमें चालक समेत 6 व्यक्ति सवार थे। जिसमें तीन व्यक्तियों को घायल अवस्था में निकालकर उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया और तीन व्यक्तियों के शव को निकालकर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।
जबकि एक घायल की रास्ते में ले जाते समय मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वाहन उत्तरकाशी से अपने गांव द्वारी भटवाड़ी जा रहे थे। मनेरी से आगे सैंज के पास पहाड़ी से पत्थर आने के कारण वहां गंगोत्री राष्ट्रीय मार्ग से करीब 50 मीटर नीचे भागीरथी नदी के तट पर जा गिरा जिसमें तीन लोगों की मृत्यु मौके पर हो गई। तथा दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।बोल्डर की चपेट आकर उसकी 13 बकरियां भी मर गईं।
शुक्रवार की शाम उत्तरकाशी- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Uttarkashi-Gangotri Highway) के करीब वाहन नदी में गिरने के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस, एसडीआरएफ की टीम एवं जिला चिकित्सालय से एक एंबुलेंस घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
घटनास्थल पर इंद्रा देवी (51) पत्नी उत्तम सिंह निवासी द्वारी भटवाड़ी, कर्ण लाल (52) पुत्र सेवा लाल निवासी सालंग भटवाड़ी , आशा देवी (41) पत्नी मंगल दास निवासी द्वारी की मृत्यु हुई। वहीं, जबकि दुर्गा देवी (58) पत्नी धर्म सिंह निवासी द्वारी की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है। दुर्घटना में आदित्य रावत निवासी द्वारी (चालक) और लूदर सिंह निवासी द्वारी भटवाड़ी गंभीर रूप से घायल हुए। मृतकों में शामिल कर्ण लाल अपनी विवाहिता बेटी को उसके ससुराल विदा करके वापस लौट रहे थे।
उत्तरकाशी में बीते 20 अगस्त को भी बड़ा हादसा हो गया था। इस दौरान उत्तरकाशी में गंगोत्री धाम से लौटते समय एक यात्री बस खाई में गिर गई थी। इस दुर्घटना में 7 लोगों की जान चली गई थी। बस में कुल 35 लोग सवार थे जिनमें बुजुर्ग महिलाओं के साथ बच्चे भी शामिल थे।