राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार के बाद हलचल बढ़ गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने आज शाम राजभवन जाकर राज्यपाल कलराज मिश्र को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। गहलोत ने नतीजे आने के बाद कांग्रेस वॉर रूम में बैठकर पर्यवेक्षक भूपेंद्र हुड्डा और वरिष्ठ नेताओं से भी चर्चा की। गहलोत ने इस्तीफा देने से पहले कांग्रेस वॉर रूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।राजस्थान विधानसभा चुनाव में 199 सीटों में से भाजपा को 115 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस के हिस्से में 69 सीटें आई हैं। राजस्थान में 25 नवंबर को वोटिंग हुई थी।
राजस्थान में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने भाजपा को बधाई दी । उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा,”हम विनम्रतापूर्वक राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को स्वीकार करते हैं। यह सभी के लिए अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार बताती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक ले जाने में पूरी तरह से सफल नहीं हुए।”
अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) ने आगे कहा,”मैं कामना करता हूं।” नई सरकार ओपीएस, चिरंजीवी सहित सभी योजनाओं और इन पांच सालों में हमने राजस्थान को जो विकास की गति दी है, उसे आगे बढ़ाया जाए
बीजेपी की जीत के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सरकार बनाने को लेकर बैठकें कीं। दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान को लेकर बैठक बुलाई है। नड्डा ने प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी से फीडबैक लिया है। चुनावी नतीजों के बाद शाम को बीजेपी की हाईलेवल बैठक बुलाई गई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को दिल्ली बुलाया गया है।
बीजेपी अब औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। केंद्रीय नेतृत्व से इशारा मिलने के बाद वरिष्ठ नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बीजेपी में लगातार मंत्रणाओं का दौर चल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा- राजस्थान की हमारी शानदार जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र और उनकी दी हुई गारंटी की जीत है। यह जीत हमारे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कुशल नेतृत्व की जीत है।
सबसे महत्वपूर्ण यह जीत कार्यकर्ताओं की जीत है, जिन्होंने प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की पूरी कोशिश करते हुए उसी दिशा में मेहनत की। यह जनता जनार्दन की जीत है, जिसने कांग्रेस के कुराज को नकारते हुए और भाजपा के सुराज को अपनाने का काम किया है। यह जीत 2024 में मोदी जी को फिर से देशवासियों की सेवा का अवसर देगी।