इस्कॉन (ISKCON ) इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी (Gopal Krishna Goswami) का रविवार को देहरादून में हृदय संबंधी बीमारी के चलते निधन हो गया। उन्होंने सुबह नौ बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली। उन्होंने दुनिया भर में दर्जनों मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण कराया। इसमें नई दिल्ली में ग्लोरी ऑफ इंडिया वैदिक सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल है।
उन्होंने सुबह नौ बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली। उन्होंने दुनिया भर में दर्जनों मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण कराया। इसमें नई दिल्ली में ग्लोरी ऑफ इंडिया वैदिक सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल है।
उन्होंने अन्नामृत फाउंडेशन की भी शुरुआत की, जो आज भारत के 20 हजार से अधिक स्कूलों में करीब 12 लाख सरकारी स्कूली छात्रों को भोजन परोसता है।उनका पार्थिव शरीर पांच मई को शाम चार बजे ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए रखा जाएगा। फिर छह मई को गोपाल कृष्ण गोस्वामी के पार्थिव शरीर को वृंदावन की पवित्र भूमि में समाधि में रखा जाएगा।
उनके निधन की खबर से भक्तों व वृंदावन सहित विश्व के सभी मंदिरों में शोक की लहर है। सोमवार को गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का पार्थिव शरीर मथुरा जिले के वृंदावन (Vrindavan) में लाया जाएगा। इस्कॉन मंदिर में प्रभुपाद की समाधि के पास ही अंतिम दर्शन को सुबह 11 बजे से रखा जाएगा। दोपहर 2.30 बजे करीब उनको इस्कॉन ( ISKCON )की गोशाला के पास समाधि दी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दु; ख जताया है। प्रधानमंत्री ने 2019 में परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी को याद करते हुए लिखा था, “श्रील गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एक श्रद्धेय आध्यात्मिक प्रतीक थे, जिन्हें भगवान श्री कृष्ण के प्रति उनकी अटूट भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से उनकी अथक सेवा के लिए विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता था। उनकी शिक्षाओं में दूसरों के प्रति भक्ति, दया और सेवा के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने इस्कॉन के सामुदायिक सेवा प्रयासों का विस्तार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य और जरूरतमंदों की सेवा जैसे क्षेत्रों में। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं सभी भक्तों के साथ हैं। शांति।
Srila Gopal Krishna Goswami Maharaja was a revered spiritual icon, globally respected for his unwavering devotion to Bhagwan Shri Krishna and his tireless service through ISKCON. His teachings emphasized the importance of devotion, kindness and service to others. He also played a… pic.twitter.com/OzQgOkmxpq