उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के बांदा ( Banda ) जिले में रक्षाबंधन पर कजरिया विसर्जन (अनाज के पौधों का विसर्जन) करने गए पैलानी थाना क्षेत्र में दर्दनाक हादसे में पांच बच्चे नदी में डूब गए। गुरगवां गांव के पास केन नदी में पांच बच्चे नहा रहे थे। कुछ देर में सभी बच्चे अचानक डूबने लगे। मौके पर चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने बचाने का प्रयास किया। इस दौरान चार बच्चे निकाल लिए गए, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।एक बच्चे का शव आठ घंटे बाद मिल सका है।
जानकारी के अनुसार, बांदा ( Banda ) में गुरगवां गांव के गांव के पास ही रहने वाले विवेक उर्फ कन्नू पुत्र राम शरण अपने साथियों सूर्यांश, लवलेश, विजय, लक्ष्मी के साथ केन नदी में नहाने गया था। अचानक बहाव तेज होने पर बच्चे संभल नहीं पाए। बच्चे बचने के लिए किनारे आने का प्रयास करने लगे, लेकिन वह खुद को डूबने से बचा नहीं सके।
बच्चों को डूबता देखकर नदी में मौजूद लोगों ने मनीष की 12 वर्षीय बेटी पावनी व रामऔतार की 11 वर्षीय बेटी आकांक्षा को समय रहते पानी से बाहर निकालकर बचा लिया। रामविशाल की 14 वर्षीय बेटी विजय लक्ष्मी व उसके फुफेरे भाई आठ वर्षीय पुष्पेंद्र पुत्र दिनेश निवासी ग्राम अरबई, गुरगवां के लवलेश के पांच वर्षीय पुत्र सूर्यांश व रामकृपाल की 19 वर्षीय पुत्री राखी को पानी से बाहर निकालने में देर हो गई।
स्वजन चारो बच्चों को लेकर जसपुरा सीएचसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। मौत की जानकारी होते ही स्वजन में चीख-पुकार मच गई। रामशरन के सात वर्षीय बेटे तनु का शव आठ घंटे बाद मिल सका है।
डूबने वाले एक बच्चे के परिजन ने बताया, हमारी बच्ची कजरिया के लिए गई हुई थी। लेकिन उस समय उसके साथ कोई बड़ा आदमी नहीं था। तभी उनको जानकारी मिली की बच्चे डूब गए हैं। तभी हम लोग मौके पर गए और बांदा ( Banda ) पुलिस को सूचना दी। वहीं ग्रामीणों और गोताखोरों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया और बांदा ( Banda ) अस्पताल में भर्ती कराया।जिसकी इलाज के दौरान जिला अस्पताल बांदा में मौत हुई है।