राजस्थान ( Rajasthan ) के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा( Bhajanlal Sharma) को विधायक दल का नेता चुना गया है। प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा हाईकमान द्वारा तय किए गए नाम का ऐलान किया गया और उस नाम पर सभी की सहमति बन गई। सूत्रों के मुताबिक नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव वसुंधरा राजे ने ही रखा। भजनलाल शर्मा संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। वे प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। विधायकों की ग्रुप फोटो में भजनलाल शर्मा चौथी लाइन में बैठे थे। 15 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है।
राजस्थान के भावी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार शाम को यहां राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। इस दौरान पार्टी की ओर से राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया गया।राजभवन के बयान के अनुसार,‘‘ राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भाजपा के उच्चस्तरीय शिष्टमंडल ने मंगलवार शाम यहां राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी. पी. जोशी ने राज्यपाल को राजस्थान में मुखयमंत्री के रूप में भजन लाल शर्मा के नाम का पत्र प्रस्तुत किया। उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने संबंधी पत्र भी सौंपा गया।’’

राजस्थान में 33 साल बाद ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले कांग्रेस से हरिदेव जोशी राजस्थान के तीन बार सीएम रहे हैं। सबसे पहले वे सन 1973 से 1977 तक, फिर 1985 से 1988 तक और फिर 1989 से 1990 तक सीएम रहे।
इसके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे। भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। वहीं, दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं तो प्रेमचंद बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।
बैठक से पहले राजनाथ सिंह ने भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे को बैठक से पहले ही नए मुख्यमंत्री का नाम प्रस्तावित करने के लिए मना लिया था। भजनलाल शर्मा ( Bhajanlal Sharma) के नाम का ऐलान करने के बाद भाजपा नेता सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन पहुंचे हैं।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भजनलाल शर्मा ( Bhajanlal Sharma) ने कहा कि भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। भजनलाल शर्मा को सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था।
प्रदेश मुख्यालय में बैठक से पहले राजनाथ के साथ सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ है। फोटो सेशन के दौरान वसुंधरा राजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बिल्कुल बगल में बैठे थे। वहीं भजनलाल शर्मा ( Bhajanlal Sharma) चौथी पंक्ति में बैठे थे। दीया कुमारी दूसरी पंक्ति में थीं।
राजनाथ सिंह नए मुख्यमंत्री का नाम लेकर आए। बैठक से पहले उन्हाेंने होटल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वन-टु-वन बातचीत की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद सभी नेताओं के बीच भी कुछ देर चर्चा हुई। सूत्राें के मुताबिक राजनाथ सिंह ने होटल में ही वसुंधरा को बता दिया था कि उन्हें राजस्थान का नया मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा रहा है, हालांकि नए सीएम का नाम की जानकारी उन्हें विधायक दल की बैठक से ऐन पहले ही दी गई।
भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन के जरिए ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड खेला है। ब्राह्मण को मुख्यमंत्री और राजपूत को उप मुख्यमंत्री बनाकर सामान्य वर्ग में भी भाजपा ने एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड भी खेला है।
राजस्थान के भरतपुर के अटारी गांव में जन्मे भजनलाल शर्मा 27 साल की उम्र में अटारी गांव में सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में आए थे।सांगानेर (जयपुर) से पहले भी 2003 में नदबई (भरतपुर) विधानसभा सीट से उन्होंने सामाजिक न्याय मंच पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के सामने उनकी जमानत जब्त हो गई थी।
भजनलाल शर्मा 34 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने 10वीं क्लास 1984 और 12वीं क्लास 1986 में नदबई के गगवाना हाईस्कूल से पास की थी। इसके बाद बीए 1989 में एमएसजे कॉलेज भरतपुर से किया था। 1993 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से नॉन कॉलेज स्टूडेंट के तौर पर राजनीति शास्त्र से एमए किया था।
युवा मोर्चा के नदबई मंडल के अध्यक्ष बनकर भजनलाल की बीजेपी में एंट्री हुई थी। नदबई में वे ABVP के अध्यक्ष और प्रमुख रहे, फिर भरतपुर जिले के सह संयोजक और कॉलेज इकाई प्रमुख व जिला सह प्रमुख बने थे।
इसके बाद वे पार्टी में ही तरक्की करते गए। युवा मोर्चा भरतपुर के जिला मंत्री, जिला उपाध्यक्ष, जिला महामंत्री और 3 बार जिला अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद भाजपा में जिला मंत्री, जिला महामंत्री और जिला अध्यक्ष भी रहे।
1992 में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जेल भी जा चुके हैं। 1990 में ABVP के कश्मीर मार्च में भी सक्रिय रूप से जुड़े और उधमपुर तक का मार्च किया था। इस दौरान उन्होंने गिरफ्तारी भी दी थी।
भजनलाल को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक परनामी, मदन लाल सैनी, सतीश पूनिया और वर्तमान अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ महामंत्री के रूप में काम करने का अनुभव भी हैं। भजनलाल प्रदेश महामंत्री के रूप में अपने तीन-तीन साल के दो कार्यकाल पूरे करने के बाद लगातार तीसरी बार भी महामंत्री बने रहे। इससे पहले वे प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे हैं।