कन्नौज से अब समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव( Akhilesh Yadav ) का चुनाव लड़ना तय हो गया है। गुरुवार दोपहर 12 बजे वह नामांकन करेंगे। अखिलेश ने 2 दिन पहले भतीजे तेज प्रताप को इस सीट से टिकट दिया था। तेज प्रताप को लेकर स्थानीय नेताओं में भारी विरोध था। इसे देखते हुए अखिलेश ने खुद मैदान में उतरने का निर्णय लिया है।
कन्नौज की सियासी सरगर्मियों के बीच सपा ने कन्नौज से प्रत्याशी बदल दिया है। अब पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव( Akhilesh Yadav ) स्वयं यहां से चुनाव लड़ेंगे। सपा के गढ़ की महत्वपूर्ण लोकसभा सीट कन्नौज से लगातार अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की स्थानीय सपा नेता मांग कर रहे थे। लंबे समय से यहां के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लड़ने का आश्वासन भी देते आ रहे थे। इस बीच सोमवार को सपा ने कन्नौज से अखिलेश के यादव के भतीजे और मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह (Tej Pratap Singh) को टिकट दे दिया था।
इस बीच सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव (Ramgopal Yadav) ने भी अखिलेश ( Akhilesh Yadav )के कन्नौज से चुनाव लड़ने की पुष्टि कर दी थी। इसके बाद देर शाम पौने सात बजे समाजवादी पार्टी के एक्स पर बने ऑफीसियल एकाउंट से भी अखिलेश यादव के लड़ने और 12 बजे नामांकन करने का ऐलान कर दिया गया था। इसे अब कन्नौज की सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने अपने प्रत्याशी सुब्रुत पाठक को जिताने के लिए भी रणनीति बनाना शुरू कर दी है।
अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav )ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट किया। लिखा- “सुगंध की नगरी सकारात्मक राजनीति के जवाब के रूप में, नकारात्मक राजनीति करने वाली भाजपा को जिस तरह की पराजय की ओर ले जा रही है, इतिहास में उसे ‘कन्नौज-क्रांति’ के नाम से जाना जाएगा। जनतंत्र में जनता की मांग ही सर्वोपरि होती है।
सुगंध की नगरी सकारात्मक राजनीति के जवाब के रूप में, नकारात्मक राजनीति करनेवाली भाजपा को जिस तरह की पराजय की ओर ले जा रही है, इतिहास में उसे ‘कन्नौज-क्रांति’ के नाम से जाना जाएगा।
जनतंत्र में जनता की माँग ही सर्वोपरि होती है। कन्नौज के हर गाँव-गली-गलियारे से जो आवाज़ उठ रही है,… pic.twitter.com/q58LnZPjK6
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 24, 2024